ये जिंदगी मिली है दिन चार के लिए भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










ये जिंदगी मिली है
दिन चार के लिए
कुछ पल तो निकालो
बाबा के दरबार के लिए
कुछ पल तो निकालो
बाबा के दरबार के लिए।।
तर्ज दिल दीवाने का डोला।


कई पूण्य किये होंगे जो
ये मानव तन है पाया
पर भूल गए भगवन को
माया में मन भरमाया
अब तक तो जीते आएं
अब तक तो जीते आएं
है परिवार के लिए
कुछ पल तो निकालो
बाबा के दरबार के लिए
कुछ पल तो निकालो
बाबा के दरबार के लिए।।


तूने पाई पाई जोड़ी
कोई कमी कही ना छोड़ी
पर संग में सुन ले तेरे
ना जाए फूटी कोड़ी
कुछ धरम पूण्य तो जोड़ो
कुछ धरम पूण्य तो जोड़ो
उस पार के लिए
कुछ पल तो निकालो
बाबा के दरबार के लिए
कुछ पल तो निकालो
बाबा के दरबार के लिए।।









ये जग है एक सराए
कोई आए कोई जाए
इसका दस्तूर पुराना
कोई सदा ना टिकने वाला
गजेसिंह श्याम को भजलो
गजेसिंह श्याम को भजलो
उद्धार के लिए
कुछ पल तो निकालो
बाबा के दरबार के लिए
कुछ पल तो निकालो
बाबा के दरबार के लिए।।


ये जिंदगी मिली है
दिन चार के लिए
कुछ पल तो निकालो
बाबा के दरबार के लिए
कुछ पल तो निकालो
बाबा के दरबार के लिए।।
स्वर सौरभ मधुकर।










ye zindagi mili hai din char ke liye lyrics