यही बस आस है जनम की प्यास है भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
यही बस आस है
जनम की प्यास है
सांवरे यार का
दरश मोहे मिल जाए
रंगीले यार का
दरश मोहे मिल जाए।।
तर्ज मुकुट सिरमौर का।
आया मैं द्वार तेरे
ज़माने को खो कर
बीते है सावन नैना
आंसुओं से धो कर
यही अभिलाष है
ये जब तक साँस है
सांवरे यार का
दरश मोहे मिल जाए
रंगीले यार का
दरश मोहे मिल जाए।।
छोड़े जमाना मुझे
तुम नहीं छोड़ना
मोड़े जमाना मुख
तुम नहीं मोड़ना
मेरा विश्वास है
ये जब तक साँस है
सांवरे यार का
दरश मोहे मिल जाए
रंगीले यार का
दरश मोहे मिल जाए।।
सांवरी सूरत पे मैं
वारि गिरधारी
पलके बिछाए टेरू
बाट तिहारी
तू दिल के पास है
बावरा दास है
सांवरे यार का
दरश मोहे मिल जाए
रंगीले यार का
दरश मोहे मिल जाए।।
यही बस आस है
जनम की प्यास है
सांवरे यार का
दरश मोहे मिल जाए
रंगीले यार का
दरश मोहे मिल जाए।।
yahi bas aas hai janam ki pyas hai lyrics