यहाँ बनता नसीबा सभी का श्याम भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
यहाँ बनता नसीबा सभी का
जो भी आया यहाँ
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
तर्ज हम तुम्हे चाहते है ऐसे।
सारे जग से निराला ये दर है
ऐसी चौखट है ये
जहाँ भरता है दामन सभी का
यहां बनता नसीबा सभी का
जो भी आया यहाँ
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
कैसी महिमा है कैसा है जादू
जो भी इसका हुआ
ये भी होके रहा बस उसी का
यहां बनता नसीबा सभी का
जो भी आया यहाँ
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
यहाँ रोते हुए जो भी आते
वो ही ले जाते हैं
एक खज़ाना यहाँ से ख़ुशी का
यहां बनता नसीबा सभी का
जो भी आया यहाँ
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
मैंने जीवन में जो कुछ भी पाया
वो ही इसका दिया
ये ही कहना है इसके रवि का
यहां बनता नसीबा सभी का
जो भी आया यहाँ
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
यहाँ बनता नसीबा सभी का
जो भी आया यहाँ
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
yaha banta naseeba sabhi ka lyrics