वो आया था वो आएगा कान्हा से पुराना बंधन है लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
वो आया था वो आएगा
कान्हा से पुराना बंधन है
दुःख हर्ता है सुख कर्ता है
हाथों से सजाता जीवन है।।
खामोशी को लाचारी को
एक पल में ये समझता है
महसूस इसको हो जाता जब
भक्त का आंसू टपकता है
इनको जितना समझो कम है
हाथों से सजाता जीवन है
दुःख हर्ता है सुख कर्ता है
हाथों से सजाता जीवन है।।
नरसी जी का मीरा जी का
करमा का मान बढ़ाया है
खुद बिक के इसने भक्तों का
हर दम कर्ज चुकाया है
ये ही मेरा जीवन धन है
हाथों से सजाता जीवन है
दुःख हर्ता है सुख कर्ता है
हाथों से सजाता जीवन है।।
दीवानो का दीवाना है
माया का इसको ना चाव है
प्रेमी है ये उस प्रेमी का
रखता जो प्रेम का भाव है
कहता मोहित इनसे हम है
हाथों से सजाता जीवन है
दुःख हर्ता है सुख कर्ता है
हाथों से सजाता जीवन है।।
वो आया था वो आएगा
कान्हा से पुराना बंधन है
दुःख हर्ता है सुख कर्ता है
हाथों से सजाता जीवन है।।
vo aaya tha vo aayega kanha se purana bandhan hai lyrics