विनती पे करल्यो ना गौर श्याम भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










बाबा जी म्हारी
विनती पे करल्यो ना गौर
ऐ जी अइया कइया हुया थे कठोर
बाबा जी म्हारी
विनती पे करल्यों ना गौर।।


कदसे खड्यो हूँ
जिद पे अड़यो हूँ
म्हने जोवो जी
एक बार टोवो जी
कालजड़ो कमजोर
बाबा जी म्हारी
विनती पे करल्यों ना गौर
ऐ जी अइया कइया हुया थे कठोर
बाबा जी म्हारी
विनती पे करल्यों ना गौर।।


मन म्हारो काचो जी
पण यो है सांचो जी
थे जांचो जी
ओ मनडे ने बांचो जी
मनडे पे चाले ना जोर
बाबा जी म्हारी
विनती पे करल्यों ना गौर
ऐ जी अइया कइया हुया थे कठोर
बाबा जी म्हारी
विनती पे करल्यों ना गौर।।


नैणा म्हारा भीगे
थाने उडीके
थे आओ जी
ओ ना तरसाओ जी
थारे सिवा ना कोई ठोर
बाबा जी म्हारी
विनती पे करल्यों ना गौर
ऐ जी अइया कइया हुया थे कठोर


बाबा जी म्हारी
विनती पे करल्यों ना गौर।।









बाबा जी म्हारी
विनती पे करल्यो ना गौर
ऐ जी अइया कइया हुया थे कठोर
बाबा जी म्हारी
विनती पे करल्यों ना गौर।।
स्वर संजू शर्मा जी।










vinati pe karlyo na gaur bhajan lyrics