तुम हो प्रभु मेरे और मैं हूँ प्रभु तुम्हारा लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










तुम हो प्रभु मेरे
और मैं हूँ प्रभु तुम्हारा
जग ये जब रूठा
किया तूने ही ईशारा
तुम हों प्रभु मेरे
और मैं हूँ प्रभु तुम्हारा।।
तर्ज छूकर मेरे मन को।


तूने ही खिलाई है
जीवन की बगिया
जीवन की बगिया
तू ना होता मुरझाती
मन की ये कलियाँ
मन की ये कलियाँ
तेरे ही दम पे
पलता परिवार हमारा
तुम हों प्रभु मेरे
और मैं हूँ प्रभु तुम्हारा।।


तू जो मुझे ना मिलता
तड़पाता ये जहान
तड़पाता ये जहान
आज जो प्यार मिला
मिलता वो प्यार कहाँ
मिलता वो प्यार कहाँ
किस्मत तूने बदली
और बदल गया जग सारा
तुम हों प्रभु मेरे
और मैं हूँ प्रभु तुम्हारा।।









इतनी कृपा कर दो
भटकु ना मैं कभी
भटकु ना मैं कभी
टूट ना जाए प्रभु
जोड़ी जो तूने कड़ी
जोड़ी जो तूने कड़ी
जीवन फिर से भले ही
मिले ना मुझको दोबारा


तुम हों प्रभु मेरे
और मैं हूँ प्रभु तुम्हारा।।


तुम हो प्रभु मेरे
और मैं हूँ प्रभु तुम्हारा
जग ये जब रूठा
किया तूने ही ईशारा
तुम हों प्रभु मेरे
और मैं हूँ प्रभु तुम्हारा।।













tum ho prabhu mere aur main hun prabhu tumhara lyrics