तुझे अपना जान के बाबा मैं तेरे दर पर आऊं भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
तुझे अपना जान के बाबा
मैं तेरे दर पर आऊं
गर तुम ना साथ दिए तो
फिर और कहाँ मैं जाऊं
तुझें अपना जान के बाबा।।
तर्ज तुझे सूरज कहूं या।
मैं भी तो सुनकर आया
बाबा चौखट पर तेरी
हम भक्तों की किस्मत को
तुमने एक पल में फेरी
अब हाथ पकड़ लो मेरा
बिन तेरे चल ना पाऊं
गर तुम ना साथ दिए तो
फिर और कहाँ मैं जाऊं
तुझें अपना जान के बाबा।।
जब मैं दुनिया से हारा
दर दर की ठोकर खाई
एक आस थी मेरे मन में
कर लोगे तुम सुनवाई
फिर तेरे रहते बाबा
दुनिया से हार ना जाऊं
गर तुम ना साथ दिए तो
फिर और कहाँ मैं जाऊं
तुझें अपना जान के बाबा।।
नादानो से होती है
नादानी मेरे दाता
ये सुरेश राजस्थानी
बस तेरे ही दर आता
अब तू ही बता दे बाबा
दर छोड़ कहाँ मैं जाऊं
गर तुम ना साथ दिए तो
फिर और कहाँ मैं जाऊं
तुझें अपना जान के बाबा।।
तुझे अपना जान के बाबा
मैं तेरे दर पर आऊं
गर तुम ना साथ दिए तो
फिर और कहाँ मैं जाऊं
तुझें अपना जान के बाबा।।
tujhe apna jaan ke baba main tere dar par aaun lyrics