थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी
उड जासी रे फिको पड जासी
उड जासी रे फिको पड जासी रे
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी।।


अरे हरा हरा रूकडा उगता रे बाग में
हरा हरा रूकडा उगता रे बाग में
पान फूल एक दिन जड़ जासी
पान फूल एक दिन जड जासी रे
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी।।


अरे सूरज उगीयो ने दोपारा मे तपीयो
सूरज उगीयो दोपारा मे तपीयो
अरे सांझ पड्या सूरज ढल जासी
सांझ पड्या सूरज ढल जासी रे
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी।।


अरे रेण बसेरो पंछी किनो
रेण बसेरो पंछी किनो
अरे भोर भई रे पंछी उड जासी
भोर भई रे पंछी उड जासी रे
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी।।









जग सर्कस है देख मेरा भाई
जग सर्कस है देख मेरा भाई
अरे खेल खत्म होया पचे घर जासी
खेल खत्म होया पचे घर जासी रे
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी।।


अरे ओ तन है भाई पानी रो पतासो
ओ तन है भाई पानी रो पतासो
अरे पानी रो पतासो बीरा गल जासी
ए पानी रो पतासो ए बीरा गल जासी रे
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी।।


कहे देवीदास श्री भजन करो भाई
अरे कहे देवीदास श्री धर्म करो भाई
अरे धर्म कमाई थारे सागे जासी
अरे धर्म कमाई थारे सागे जासी रे
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी।।


थारी काया रो गुलाबी रंग उड़ जासी
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी
उड जासी रे फिको पड जासी
उड जासी रे फिको पड जासी रे
थारी काया रो गुलाबी रंग उड जासी।।
गायक मोईनुद्दीन जी मनचला।
प्रेषक मनीष सीरवी
9640557818










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