तेरी शरण में आके मैं धन्य हो गया भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










तेरी शरण में आके
मैं धन्य हो गया
जन्मों की प्यास थी जो
मैं सम्पन्न हो गया
तेरी शरण मे आके
मैं धन्य हो गया।।







कितने मिले अमीर यहाँ
कितने गरीब
कितने मिले अमीर यहाँ
कितने गरीब
पर आप मिल गये तो
धनवान हो गया
तेरी शरण मे आके
मैं धन्य हो गया।।


दुःख में तड़प रहा था प्रभु
मुद्दतों से मैं
दुःख में तड़प रहा था प्रभु
मुद्दतों से मैं
एक आपका सहारा
साकार हो गया


तेरी शरण मे आके
मैं धन्य हो गया।।


करना कभी ना दूर प्रभु
चरणों से आप
करना कभी ना दूर प्रभु
चरणों से आप
चरणो के ही सहारे
मैं भव पार हो गया
तेरी शरण मे आके
मैं धन्य हो गया।।









तेरी शरण में आके
मैं धन्य हो गया
जन्मों की प्यास थी जो
मैं सम्पन्न हो गया
तेरी शरण मे आके
मैं धन्य हो गया।।
स्वर श्री इंद्रेश जी उपाध्याय।


9617897018










teri sharan mein aake main dhanya ho gaya lyrics