तेरी नौका में जो बैठा वो पार हो गया गुरुदेव भजन - MadhurBhajans मधुर भजन
तेरी नौका में जो बैठा
वो पार हो गया
जो लिया था२
नाम भव से पार हो गया
तेरी नौका मे जो बैठा
वो पार हो गया।।
तर्ज मेरा जीवन कोरा कागज।
जिस पे हो तेरी दया प्रभु
दर वो ही आए
जिस पे तेरी मौज हो प्रभु
भव से तर जाए
जो शरण मे२
आया वो भव पार हो गया
तेरी नौका मे जो बैठा
वो पार हो गया।।
तैरना आता नही प्रभू
क्या करूँ अब मै
अपनी नैया मे बिठालो
डूब रहा भव मै
थक गया२
अब मै प्रभू लाचार हो गया
तेरी नौका मे जो बैठा
वो पार हो गया।।
भव की भँवरो से प्रभू
मुझको लगता है डर
ऊँचि नीची आड़ी टेड़ी
उठ रही है लहर
डूबे न जिस पर प्रभू
तू दयाल हो गया
तेरी नौका मे जो बैठा
वो पार हो गया।।
तेरी नौका में जो बैठा
वो पार हो गया
जो लिया था२
नाम भव से पार हो गया
तेरी नौका मे जो बैठा
वो पार हो गया।।
भजन लेखक एवं प्रेषक
श्री शिवनारायण वर्मा
मोबान8818932923
वीडियो उपलब्ध नहीं।
teri nauka me jo baitha gurudev bhajan lyrics