पांचों री वाग मरोड़ तेरा क्या लगेगा मोल लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
मन पवन दोय घोड़ी
घोड़ी के पांच वसेरा
पांचों री वाग मरोड़
तेरा क्या लगेगा मोल
क्या लगेगा मोल तेरा
क्या लगेगा मोल
साहेब साहेब बोल
तेरा क्या लगेगा मोल।।
पांच कोष पर चलना
हाथ पांव नही हिलना
दशवे की खिड़की खोल
तेरा क्या लगेगा मोल
क्या लगेगा मोल तेरा
क्या लगेगा मोल
साहेब साहेब बोल
तेरा क्या लगेगा मोल।।
माया है जग ठगनी
कोई मत जाणो अपनी
माया की गुलामी छोड़
मनवा क्या लगेगा मोल
क्या लगेगा मोल तेरा
क्या लगेगा मोल
साहेब साहेब बोल
तेरा क्या लगेगा मोल।।
कबीर कहे समझावे
गया वक्त नहीं आवे
मन की आँख्या खोल
मनवा क्या लगेगा मोल
क्या लगेगा मोल तेरा
क्या लगेगा मोल
साहेब साहेब बोल
तेरा क्या लगेगा मोल।।
मन पवन दोय घोड़ी
घोड़ी के पांच वसेरा
पांचों री वाग मरोड़
तेरा क्या लगेगा मोल
क्या लगेगा मोल तेरा
क्या लगेगा मोल
साहेब साहेब बोल
तेरा क्या लगेगा मोल।।
गायक बाबू साध खुडानी।
8302031687
tera kya lagega mol kabir bhajan lyrics