सुन्दर स्वपन सजल रहे जल ढारे के मन भईल - MadhurBhajans मधुर भजन
सुन्दर स्वपन सजल रहे
जल ढारे के मन भईल
सावन में कावर लेके बाबा
आबे के मन भईल।।
काहे के हमके दुखबा
दिहला ए भोलेदानी
चाह के रौउरा शरण मे हम त
नईखे आवा तानी
नईखे आवा तानी
मन के हमार बतिया
मन मे ही रह गईल
सावन मे कांवर लेके बाबा
आबे के मन भईल।।
राउर बा महिमा भारी
सब जानेला शंभू दानी
सबके बिगड़ी बनावेला
तु हमके बनाईदा त जानी
हमके बनाईदा त जानी
बा बहुते आस तोहसे
मन मनही मे खुश भईल
सावन मे कांवर लेके बाबा
आबे के मन भईल।।
सुन्दर स्वपन सजल रहे
जल ढारे के मन भईल
सावन में कावर लेके बाबा
आबे के मन भईल।।
9631359468
sundar swapan sajal rahe bhojpuri bhajan lyrics