सिद्धियों के लिए श्री गजानंद की वंदना कर रहे है हम लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
सिद्धियों के लिए
श्री गजानंद की
साधना कर रहे है हम
वंदना कर रहे है हम।।
तर्ज जो मेरी रूह को।
सिद्धियों के सदन
ज्ञान का दान दे
फिर ना भूले कभी
ऐसा वरदान दे
निर्धनों के लिए
जो दिया है वही
कामना कर रहे है हम
साधना कर रहे है हम
वंदना कर रहे है हम।।
दूब तुम पर चढ़े
जन करे आरती
प्रेम पूजा तेरी
हम करे भारती
निर्धनों के लिए
जो दिया है वही
भावना कर रहे है हम
साधना कर रहे है हम
वंदना कर रहे है हम।।
सिद्धियों के लिए
श्री गजानंद की
साधना कर रहे है हम
वंदना कर रहे है हम।।
sidhiyon ke liye shri gajanan ki vandana kar rahe hai hum lyrics