श्याम थारो मुखडो चाँद को टुकड़ो भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










श्याम थारो मुखडो
चाँद को टुकड़ो
और मैं पावां री धूल
बाबा थारी ले लूँ मैं बलैया
म्हाने मत जाजो भूल
थे म्हाने मत जाजो भूल
श्याम थारो मुखड़ो
चाँद को टुकड़ो
और मैं पावां री धूल।।
तर्ज बन्नी थारो चाँद सरिको।


चाँद जैसो मुखडो थारो
चाँदनीया सो नूर सा
सूरज चंदा थारे आगे
लागे फीको फीको सा
ओ बाबा थाने
निजर्या भर भर देखूं
म्हाने देखन दो हुजूर
श्याम थारो मुखड़ो
चाँद को टुकड़ो
और मैं पावां री धूल।।


सांवली सी सूरत थारी
तीखा तीखा नैन सा
तीखा तीखा नैना माहि
काजलिया री कोरा सा
मैं थाने नित श्रृंगार करावा
थे कर लीजो कबूल
श्याम थारो मुखड़ो
चाँद को टुकड़ो
और मैं पावां री धूल।।









म्हारे घर में कीर्तन थारो
थाने खूब सजावा सा
छप्पन तरह का भोग लगाके
थाने मैं जिमावा सा
मैं थाने नित अरदास लगावा
पूरी कर जो हुजूर


श्याम थारो मुखड़ो
चाँद को टुकड़ो
और मैं पावां री धूल।।


श्याम थारो मुखडो
चाँद को टुकड़ो
और मैं पावां री धूल
बाबा थारी ले लूँ मैं बलैया
म्हाने मत जाजो भूल
थे म्हाने मत जाजो भूल
श्याम थारो मुखड़ो
चाँद को टुकड़ो
और मैं पावां री धूल।।













shyam tharo mukhdo chand ko tukdo lyrics