श्याम तेरी लगन जो लगी तो अगन भी लगे बर्फ सी लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
श्याम तेरी लगन जो लगी
तो अगन भी लगे बर्फ सी
तेरी परछाई हम पे बिछी
जो मिठाई पे हो बर्क सी
श्याम तेरी लगन जों लगी
तो अगन भी लगे बर्फ सी।।
तर्ज जिंदगी प्यार का गीत है।
सब जगह से निकाले हुए
तेरी महफ़िल में शामिल हुए
सच कहे ऐसी किरपा हुई
अब जमाने के काबिल हुए
है मिजाजी ये मौसम बुरा
तू दवा मेरे हर मर्ज की
श्याम तेरी लगन जों लगी
तो अगन भी लगे बर्फ सी।।
थे दशा से बेचारे कभी
हर दिशा आज खुश रंग है
भीड़ में भी थे तन्हा बड़े
अब कमी ना जो तू संग है
जिन्दगी वो पढ़ाई हुई
पाठ भी तू है तू शब्द भी
श्याम तेरी लगन जों लगी
तो अगन भी लगे बर्फ सी।।
आशावादी ये दरबार है
हर निराशा गई हार है
पापी को भी जो निर्मल करे
श्याम तेरा वही प्यार है
ढूंढा सारा जहां पर मिले
तेरे बिन सारे खुदगर्ज ही
श्याम तेरी लगन जों लगी
तो अगन भी लगे बर्फ सी।।
श्याम तेरी लगन जो लगी
तो अगन भी लगे बर्फ सी
तेरी परछाई हम पे बिछी
जो मिठाई पे हो बर्क सी
श्याम तेरी लगन जों लगी
तो अगन भी लगे बर्फ सी।।
स्वर संजय मित्तल जी।
shyam teri lagan jo lagi to agan bhi lage barf si lyrics