श्याम नजरिया मेरे दिल को घायल कर गई रे लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
श्याम नजरिया मेरे दिल को
घायल कर गई रे
बन गई जोगन मुझको ऐसी
पागल कर गई रे।।
जबसे मैंने श्याम सलोने
तेरा किया नज़ारा
खो गई तेरे इन नैनो में
भूल गई जग सारा
तेरी सुरतिया दिल में ऐसी
हलचल कर गई रे
श्याम नजरिया मेरे दील को
घायल कर गई रे।।
जादुगरिया कर ना मुझसे
मैं हूँ तेरी दीवानी
तू ही मेरा प्रेम ग्रन्थ है
तू ही मेरी कहानी
नैन कटारी मुझको खुद की
कातिल कर गई रे
श्याम नजरिया मेरे दील को
घायल कर गई रे।।
पीर विरह की तू क्या जाने
तू तो है निर्मोही
प्रीत करे जो निश्छल मन से
पीर को जाने वो ही
आँखे मेरी सावन दिल को
बादल कर गई रे
श्याम नजरिया मेरे दील को
घायल कर गई रे।।
श्याम नजरिया मेरे दिल को
घायल कर गई रे
बन गई जोगन मुझको ऐसी
पागल कर गई रे।।
shyam nazariya mere dil ko ghayal kar gayi re lyrics