श्याम नैया भी है श्याम माझी भी है लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
श्याम नैया भी है
श्याम माझी भी है
वो दयालु भी है
और मिजाजी भी है।।
श्याम पालक भी है
श्याम तारण भी है
श्याम कारण भी है
और निवारण भी है
श्याम पग पग पे है
श्याम कण कण में है
श्याम है प्रेम में
और समर्पण में है
श्याम हारे हुए की
कहानी में है
श्याम हर आँख से
बहते पानी में है।।
श्याम है गीत भी
श्याम है राग भी
श्याम शीतल भी है
श्याम है आग भी
श्याम है मौन भी
श्याम है शोर भी
श्याम दातार है
श्याम चितचोर भी
श्याम महफ़िल में है
श्याम तन्हाई में
श्याम अर्जी में है
श्याम सुनवाई में
श्याम ममता भी है
श्याम फटकार भी
श्याम ही दर्द है
श्याम उपचार भी।।
श्याम कार्तिक के रोशन
उजालों में है
श्याम फागण की उड़ती
गुलालों में है
श्याम भक्तों के उलझे
सवालों में है
श्याम प्रेमी के पैरों के
छालों में है
श्याम दरबार के
हर सवाली में है
श्याम भजनों में है
श्याम ताली में है
श्याम रजनी की हर
मुस्कराहट में है
श्याम सोनू की हर
एक लिखावट में है।।
श्याम नैया भी है
श्याम माझी भी है
वो दयालु भी है
और मिजाजी भी है।।
shyam naiya bhi hai shyam maajhi bhi hai lyrics