श्याम मुझपे भी नज़रे करम कीजिए भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
श्याम मुझपे भी नज़रे करम कीजिए
मैं भी हारा जगत से रहम कीजिए
मांगता भीख दर पे तेरे सांवरे
मैं तर जाऊँ दाता ये वर दीजिए
श्याम मुझपे भी नज़रें करम कीजिए
मैं भी हारा जगत से रहम कीजिए।।
तर्ज आज कल याद कुछ और।
अपनों ने साथ छोड़ा ना कोई मेरा
दर ब दर खाके ठोकर मिला दर तेरा
श्याम मेरी भी बिगड़ी बना दीजिए
मुझपे उपकार मेरे प्रभु कीजिए
श्याम मुझपे भी नज़रें करम कीजिए
मैं भी हारा जगत से रहम कीजिए।।
मेरे जीवन के पन्ने ख़तम हो चले
इस छलिया जगत में गए हम छले
श्याम मेरा मुक्क्दर जगा दीजिए
मेरी कश्ती किनारे लगा दीजिए
श्याम मुझपे भी नज़रें करम कीजिए
मैं भी हारा जगत से रहम कीजिए।।
कर दो हमपे दया खाटू के सांवरे
तेरे दीदार को नैना है बाँवरे
श्याम पागल को अपना बना लीजिए
श्याम जख्मी दिलों में बसा दीजिए
श्याम मुझपे भी नज़रें करम कीजिए
मैं भी हारा जगत से रहम कीजिए।।
श्याम मुझपे भी नज़रे करम कीजिए
मैं भी हारा जगत से रहम कीजिए
मांगता भीख दर पे तेरे सांवरे
मैं तर जाऊँ दाता ये वर दीजिए
श्याम मुझपे भी नज़रें करम कीजिए
मैं भी हारा जगत से रहम कीजिए।।
shyam mujhpe bhi najrein karam keejiye lyrics