श्याम के उपकारों को मैं ना भूलूंगा भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
मैं ना भूलूंगा
मैं ना भूलूंगा
श्याम की किरपा
श्याम की रहमत
श्याम के उपकारों को
मैं ना भूलूंगा
मैं ना भूलूंगा।।
तर्ज मैं ना भूलूंगा।
की टुटा हर सपना
क्यों रूठा हर अपना
मेरी सांसे चाहे
कन्हैया अब थमना
लूट लिया था मुझको मेरे
चाहने वालों ने
उन रिश्तों को उन सपनों को
उन रिश्तेदारों को
मैं ना भूलूंगा
मैं ना भूलूंगा।।
ख़ाक से हमको तो
उठाया तुमने ही
कोयले से हिरा
बनाया तुमने ही
आज मिली जो खुशियाँ बाबा
तेरी मेहरबानी है
तेरी लीला तेरे करिश्मे
तेरे चमत्कारों को
मैं ना भूलूंगा
मैं ना भूलूंगा।।
बचाया तुमने ही
बसाया तुमने ही
हर कदम मोहित को
निभाया तुमने ही
सौंप दिया है मैंने जीवन
अब तेरे हाथों में
तेरे चरण में बहने वाली
उन असुवन धारा को
मैं ना भूलूंगा
मैं ना भूलूंगा।।
मैं ना भूलूंगा
मैं ना भूलूंगा
श्याम की किरपा
श्याम की रहमत
श्याम के उपकारों को
मैं ना भूलूंगा
मैं ना भूलूंगा।।
स्वर संजय मित्तल जी।
shyam ke upkaron ko main na bhulunga lyrics