साँवरे मेरी कलाई थाम लो इक बार भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










साँवरे मेरी कलाई
थाम लो इक बार
गिर पडूँ ना मैं अकेला
ओ मेरे दिलबर।।
तर्ज तुम हमारे थे प्रभु जी।


जग जंजाल में भटक रहा हूँ
सूझे नाही किनारा
इस निर्बल का पालनहारे
आजा बन के सहारा
मेरे भी हमदम बन जाओ
ओ मेरे प्रभु वर
सांवरे मेरी कलाई
थाम लो इक बार
गिर पडूँ ना मैं अकेला
ओ मेरे दिलबर
गिर पडूँ ना मैं अकेला
ओ मेरे दिलबर।।


मोह माया के फंड छुड़ा के
अपनी प्रीत जगा दे
तुझमे खोकर रह जाऊँ मैं
अपना आप भुला के
अपने प्रेम की ज्योत जगा दो
ओ मेरे प्रभु वर
सांवरे मेरी कलाई
थाम लो इक बार
गिर पडूँ ना मैं अकेला
ओ मेरे दिलबर
गिर पडूँ ना मैं अकेला
ओ मेरे दिलबर।।









जब भी तेरा ध्यान धरूँ तो
माया मन भरमाए
तेरे मेरे बीच की कड़ियाँ
टूट के ही रह जाए
हर्ष मुझे अब आन संभालो
ओ मेरे प्रभु वर
सांवरे मेरी कलाई
थाम लो इक बार
गिर पडूँ ना मैं अकेला
ओ मेरे दिलबर
गिर पडूँ ना मैं अकेला
ओ मेरे दिलबर।।


साँवरे मेरी कलाई
थाम लो इक बार
गिर पडूँ ना मैं अकेला
ओ मेरे दिलबर।।













saware meri kalai tham lo ek baar lyrics