सावन की पड़ी फुहार चल भोले के दर जायेंगे भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










सावन की पड़ी फुहार
मेरे यार
चल भोले के दर जायेंगे
चल बाबा के दर जायेंगे
कांधे पर कांवर लाएंगे
शिव शंकर से दातार
चल हर बम बम गाएंगे
सावन की पड़ी फुहार
चल भोले के दर जायेंगे।।
तर्ज अनोखी थारी झांकी


पहले था मैं कंगाल घणा
भोले ने करा कमाल घणा
इब कोठी बंगला कार
मेरे यार
चल चलकर दर्शन पाएंगे
शिव शंकर से दातार
चल हर बम बम गाएंगे।।


तू सुणले जा तू कांवड़ का
सुना घर था हो ग्यालड़ का
इब सुखी होया परिवार
मेरे यार
भोले की महिमा गाएंगे
सावन की पड़े फुहार
मेरे यार
चल भोले के दर जायेंगे।।









एक भाई मेरा कुंवारा था
अनपढ़ भोळा बेचारा था
बहु आगि बहुत होशियार
मेरे यार
मुँह माँगा चलकर पाएंगे
सावन की पड़े फुहार
मेरे यार
चल भोले के दर जायेंगे।।


इब हर बाता के ठाट मेरे
इब उठरयासे धोराट मेरे
वृत कर सोळा सोमवार
मेरे यार
यो जीवन सफल बनाएंगे
सावन की पड़े फुहार
मेरे यार
चल भोले के दर जायेंगे।।


सावन की पड़ी फुहार
मेरे यार
चल भोले के दर जायेंगे
चल बाबा के दर जायेंगे
कांधे पर कांवर लाएंगे
शिव शंकर से दातार
चल हर बम बम गाएंगे
सावन की पड़ी फुहार
चल भोले के दर जायेंगे।।










sawan ki padi phuhar lyrics