सर झुका है सर झुकेगा साँवरे दर पे तेरे भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










सर झुका है सर झुकेगा
साँवरे दर पे तेरे।।
तर्ज हर करम अपना करेंगे।

मेरा मंदिर तू मेरी मस्जिद तू
मेरा गिरिजा तू गुरुद्वारा तू।


हर कदम मेरा बढ़ेगा
हर कदम मेरा बढ़ेगा
साँवरे दर पे तेरे
सर झुका है सर झुकेगा
साँवरे दर पे तेरे
सर झुका हैं सर झुकेगा
साँवरे दर पे तेरे।।









मेरा सबकुछ तू है
तेरे बिन मेरा कुछ भी नहीं
तू जो है तो जिंदगी है
तू नहीं तो कुछ नहीं
तू जो है तो जिंदगी है
तू नहीं तो कुछ नहीं
मेरा मन उपवन खिलेगा
साँवरे दर पे तेरे
सर झुका हैं सर झुकेगा
साँवरे दर पे तेरे।।


या ख़ुशी हो या हो गम
बाँटती तुम संग रहूं
चोंट भी खाऊं दयालु
मैं किसी से ना कहूं
मेरा आंसू गिरेगा
साँवरे दर पे तेरे
सर झुका हैं सर झुकेगा
साँवरे दर पे तेरे।।


मेरी जीवन डोर ये बाबा
अब तुम्हारे हाथ है
हर्ष को परवाह नहीं है
जब तुम्हारा साथ है
हर्ष को परवाह नहीं है
जब तुम्हारा साथ है
मेरा ये जीवन ढलेगा
साँवरे दर पे तेरे
सर झुका हैं सर झुकेगा
साँवरे दर पे तेरे।।


हर कदम मेरा बढ़ेगा
हर कदम मेरा बढ़ेगा
साँवरे दर पे तेरे
सर झुका हैं सर झुकेगा
साँवरे दर पे तेरे
सर झुका हैं सर झुकेगा
साँवरे दर पे तेरे।।










sar jhuka hai sar jhukega saware dar pe tere lyrics