सांवरे तेरे दर के लाखों ही दीवाने है भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
सांवरे तेरे दर के लाखों ही दीवाने है
साँवरे तेरे दर के लाखों ही दीवाने है
हम भी अपनी किस्मत को
आए आजमाने है
साँवरे तेरे दर के लाखों ही दीवाने है।।
तर्ज तुम ठहरे परदेसी।
जो भी दर पे आता है
आके चैन पाता है
दर पे दर्द दिल अपना
आए हम सुनाने है
साँवरे तेरे दर के लाखों ही दीवाने है।।
हार के जमाने से
मांगता सहारा जो
श्याम मेरे अपने भी
हो गए बेगाने है
साँवरे तेरे दर के लाखों ही दीवाने है।।
रानू तेरे चरणों की
श्याम मांगता सेवा
रज्जो नाम रटता है
फल अनोखे पाने है
साँवरे तेरे दर के लाखों ही दीवाने है।।
सांवरे तेरे दर के लाखों ही दीवाने है
साँवरे तेरे दर के लाखों ही दीवाने है
हम भी अपनी किस्मत को
आए आजमाने है
साँवरे तेरे दर के लाखों ही दीवाने है।।
sanware tere dar ke lakho hi deewane hai lyrics