संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हारा भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हाराबजरंग तुम्हारा।
तर्ज जनमजनमका साथ है
संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हाराबजरंग तुम्हारा।
उसकी विपदा टारी तूने जिसने तुझे पुकारा॥
संकट मोचन
लंकपुरी मेँ जाकर पता सिया का लगाया।
बड़े बड़े असुरोँ को तूने मार गिराया।
फल खाये बाग उजाड़े अक्षय को मारा॥१॥
संकट मोचन
लखन को मूर्छा आई रामचन्द्रजी घबराये।
गये उड़के लंका मेँ वैद्य सुषेन को लाये।
महल सहित उठाया लाकर वन मेँ उतारा॥२॥
संकट मोचन
कहा वैद्यजी ने ये बूँटी संजीवन लानी है।
सूरज उगने से पहले लखन को पिलानी है।
हे पवनसुत करो तुम्हीँ काम ये हमारा॥३॥
संकट मोचन
द्रोणागिरि जाके बाला तुरन्त औषधि लाये।
जाग उठे शेष अवतारी जब घोल पिलाये।
कहा राम ने बजरंग तू है प्रिय भ्रात हमारा॥४॥
संकट मोचन
हे महावीर बलकारी रणधीर तुम हो।
भक्तोँ की बनाते बिगड़ी तकदीर तुम हो।
खेदड़ पे कृपा दृष्टि रखना है दास तुम्हारा॥५॥
संकट मोचन
संकट मोचन नाम है बजरंग तुम्हाराबजरंग तुम्हारा।
उसकी विपदा टारी तूने जिसने तुझे पुकारा॥
संकट मोचन
sankat mochan naam hai bajarang bhajan lyrics