सबकी बिगड़ी बनाते हो हारों को जिताते हो भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
सबकी बिगड़ी बनाते हो
हारों को जिताते हो
देखो हमें भी बाबा हारे हैं हम
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम।।
अधबीच नैया ओ रे कन्हैया
भटक कहीं ना जाएँ
खेते खेते हार गए हम
क्यों ना पार लगाए
तेरा एक सहारा है
तू ही एक हमारा है
तुझको ही जाना है जबसे हैं हम
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम।।
तेरे दर पे कबसे खड़े है
आस का दीप जलाये
छूट ना जाए धीरज मन का
क्यों तू देर लगाए
उलझा ये सारा जीवन
सुलझाओ अब तो उलझन
ये उम्मीदें लेके जीते हर दम
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम।।
सबकी झोली तू भरता है
बिगड़ी हुई तू बनाये
तेरी दया की धारा बहती
हम तक क्यों ना आये
एक नज़र जो कर दो तुम
थम जायेंगे सारे गम
हंसने लगेगा गोलू सारा जीवन
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम।।
सबकी बिगड़ी बनाते हो
हारों को जिताते हो
देखो हमें भी बाबा हारे हैं हम
आ भी जाओ वरना रो देंगे हम।।
sabki bigdi banate ho haaro ko jitate ho lyrics