सांस टूटे तू ना रूठे बस यही विनती करे भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
सांस टूटे तू ना रूठे
बस यही विनती करे
दर तेरा ना छूटे बाबा
दर तेरा ना छूटे बाबा
और चाहत क्या करे
साँस टूटे तू ना रूठे
बस यही विनती करे।।
तर्ज होश वालों को खबर क्या।
प्यार की दो बूंदे मांगी
तूने सागर दे दिया
जिसके लायक ना थी बाबा
तूने इतना दे दिया
फिर भला छोटे से गम की
हम शिकायत क्या करे
दर तेरा ना छूटे बाबा
दर तेरा ना छूटे बाबा
और चाहत क्या करे
साँस टूटे तू ना रूठे
बस यही विनती करे।।
एक तू ही पूरी करता
दिल की हर एक आरजू
मेरा माझी मेरा खिवैया
मेरा सबकुछ एक तू
फिर भला दर दर पे जाके
हम इबादत क्या करे
दर तेरा ना छूटे बाबा
दर तेरा ना छूटे बाबा
और चाहत क्या करे
साँस टूटे तू ना रूठे
बस यही विनती करे।।
निकले जब ये प्राण तन से
मुख पे तेरा नाम हो
गाते गाते भजन तुम्हारे
इस जीवन की शाम हो
इससे ज्यादा सेवक तेरा
और माँगत क्या करे
दर तेरा ना छूटे बाबा
दर तेरा ना छूटे बाबा
और चाहत क्या करे
साँस टूटे तू ना रूठे
बस यही विनती करे।।
सांस टूटे तू ना रूठे
बस यही विनती करे
दर तेरा ना छूटे बाबा
दर तेरा ना छूटे बाबा
और चाहत क्या करे
साँस टूटे तू ना रूठे
बस यही विनती करे।।
saans tute tu na ruthe bhajan lyrics