राधे गोविंद गोपाल रटते रहो श्याम लेंगे खबरिया कभी ना कभी - MadhurBhajans मधुर भजन
राधे गोविंद गोपाल रटते रहो
श्याम लेंगे खबरिया कभी ना कभी
प्रेम से नेम से रोज भजते रहो
उनकी होगी नजरिया कभी ना कभी।।
भाव के भूखे है बस मेरे सांवरे
प्रेम के प्यासे है इतना तू जान ले
प्रेम के प्यासे है इतना तू जान ले
श्रद्धा से उनको निशदिन सुमरते रहो
उनकी होगी नजरिया कभी ना कभी
राधें गोविंद गोपाल रटते रहो
श्याम लेंगे खबरिया कभी ना कभी।।
चाहे टूटे भले नेम खुद के सभी
भक्त की बात ना गिरने देवे कभी
भक्त की बात ना गिरने देवे कभी
इतना विश्वास बस उनपे करते रहो
उनकी होगी नजरिया कभी ना कभी
राधें गोविंद गोपाल रटते रहो
श्याम लेंगे खबरिया कभी ना कभी।।
प्राण से प्यारे है भक्त उनको सदा
अपने भक्तों से वो दूर जाते कहाँ
अपने भक्तों से वो दूर जाते कहाँ
काम करते रहो नाम जपते रहो
सुधि लेंगे सांवरिया कभी ना कभी
राधें गोविंद गोपाल रटते रहो
श्याम लेंगे खबरिया कभी ना कभी।।
श्याम उसके हुए उनका जो हो गया
श्याम उसको मिले उनमे जो खो गया
श्याम उसको मिले उनमे जो खो गया
उनको अर्पण हर एक साँस करते रहो
उनकी होगी नजरिया कभी ना कभी
राधें गोविंद गोपाल रटते रहो
श्याम लेंगे खबरिया कभी ना कभी।।
राधे गोविंद गोपाल रटते रहो
श्याम लेंगे खबरिया कभी ना कभी
प्रेम से नेम से रोज भजते रहो
उनकी होगी नजरिया कभी ना कभी।।
radhe govind gopal ratte raho bhajan lyrics