प्रभु तेरा द्वार ना छूटे रे नागर जी भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
प्रभु तेरा द्वार ना छूटे रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे
छूट जाए संसार
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे।।
देखे मेरे दीनबंधु भगवान रे।
तुझे छोड़कर दूजो द्वार का
अब नही सुझे रे
द्वारिकाधीश अब तेरी द्वारिका
द्वारिकाधीश अब तेरी द्वारिका
ना हमसे छूटे रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे।।
सदा सुहागन द्वार तुम्हारे
देहली पूजे रे
देहली छोड़कर जो कोई जावे
देहली छोड़कर जो कोई जावे
किस्मत फूटे रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे।।
जाति रूठे पाती रूठे
साथी रूठे रे
रूठ जाए सब घर परिवारा
रूठ जाए सब घर परिवारा
पर तू मत रूठे रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे।।
बंधु छूटे बांधव छूटे
बंधन छूटे रे
कभी ना छूटे हाथ का कंगन
कभी ना छूटे हाथ का कंगन
ना प्रीतम छूटे रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे।।
नहीं छूटे थारो भजन पूजन
ना दर्शन छूटे रे
नहीं छूटे थारी सेवा चाकरी
नहीं छूटे थारी सेवा चाकरी
ना सत्संग छूटे रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे।।
धन भी खुटे जोबन खुटे
सांसा खुटे रे
आशीर्वाद कभी नहीं खुटे
आशीर्वाद कभी नहीं खुटे
कोई लेकर देखे रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे।।
वादे झूठे सौदे झूठे
सौगन झूठे रे
नहीं बेर भीलनी के झूठे
नहीं बेर भीलनी के झूठे
कोई खाकर देखे रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे।।
प्रभु तेरा द्वार ना छूटे रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे
छूट जाए संसार
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे
प्रभु तेरा द्वार ना छूटें रे।।
स्वर पं श्री कमल किशोर जी नागर।
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prabhu tera dwar na chute re lyrics