प्रभु के सिवा कहीं दिल ना लगाना भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










प्रभु के सिवा
कहीं दिल ना लगाना
नहीं तो पड़ेगा तुझे
नहीं तो पड़ेगा तुझे
आंसू बहाना
प्रभू के सिवा
कहीं दिल ना लगाना।।
तर्ज परदेसियों से ना।


जो प्रभु का गुणगान किया है
सच्चा जीवन वो ही जिया है
सुमिरन के बल से तुझे
सुमिरन के बल से तुझे
मुक्ति है पाना
प्रभू के सिवा
कहीं दिल ना लगाना।।


बालापन गया आज जवां है
बीत गया अब समय कहाँ है
सोच समझ के
सोच समझ के
वक्त गंवाना
प्रभू के सिवा
कहीं दिल ना लगाना।।









आया जहाँ से वही फिर है जाना
वहां साथ जाए ना पैसा खजाना
पूछेगा तो क्या
पूछेगा तो क्या
करोगे बहाना


प्रभू के सिवा
कहीं दिल ना लगाना।।


प्रभु के सिवा
कहीं दिल ना लगाना
नहीं तो पड़ेगा तुझे
नहीं तो पड़ेगा तुझे
आंसू बहाना
प्रभू के सिवा
कहीं दिल ना लगाना।।
स्वर धीरज कांत जी।










prabhu ke siva kahin dil na lagana bhajan lyrics