ओ मावड़ी थारे रूप की शोभा न्यारी भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










ओ मावड़ी थारे
रूप की शोभा न्यारी
थारे नैनो की ज्योति निराली
म्हारी मावड़ी।।
तर्ज बन्ना रे बागा में।


ओ मावड़ी थारी
सत की महिमा न्यारी
सतियों में महासती राणी
म्हारी मावड़ी।।


ओ मावड़ी थारा
जग में डंका बाजे
सारी सृष्टि में थारो उजियारो
म्हारी मावड़ी।।









ओ मावड़ी थारे
राहों में फूल बिछावा
पलकों पे थाने बिठावा
म्हारी मावड़ी।।


रेनू बबिता थारा ही गुण गांवा
थारी सेवा में जनम बितावा
म्हारी मावड़ी।।


ओ मावड़ी थारे
रूप की शोभा न्यारी
थारे नैनो की ज्योति निराली
म्हारी मावड़ी।।



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o mawadi thare roop ki shobha nyari lyrics