नौकर मुझे बना लो तेरी सेवा करूँ दिन रात भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










नौकर मुझे बना लो
तेरी सेवा करूँ दिन रात
हो मंज़ूर तुझे गर
तो बन जाए मेरी बात।।
तर्ज सावन का महीना।


देना या ना देना तेरा
काम तू ही जाने
तुझे सबके काम बाबा
आते हैं बनाने
चिंता फिकर फिर कैसी
जब सांवरा है मेरे साथ
हो मंज़ूर तुझे गर
तो बन जाए मेरी बात।
नौकर मुझे बना लों
तेरी सेवा करूँ दिन रात
हो मंज़ूर तुझे गर
तो बन जाए मेरी बात।।


अरमा है तेरी दहलीज़
सर मेरा हो
हर सुबह शाम मुझे
दर्शन तेरा हो
दे दे मुझे जीवन की
ये सबसे बड़ी सौगात
हो मंज़ूर तुझे गर
तो बन जाए मेरी बात।
नौकर मुझे बना लों
तेरी सेवा करूँ दिन रात
हो मंज़ूर तुझे गर
तो बन जाए मेरी बात।।









हो सके तो मेरी
तक़दीर भी जगा दे
देके चाकरी तू मेरी
ज़िन्दगी बना दे
मैं ये कहूं इतराके
है श्याम प्रभु मेरे साथ
हो मंज़ूर तुझे गर
तो बन जाए मेरी बात।
नौकर मुझे बना लों
तेरी सेवा करूँ दिन रात
हो मंज़ूर तुझे गर
तो बन जाए मेरी बात।।


नौकर मुझे बना लो
तेरी सेवा करूँ दिन रात
हो मंज़ूर तुझे गर
तो बन जाए मेरी बात।।
स्वर कुमार विशु।










naukar mujhe bana lo teri seva karu din raat lyrics