मुझे श्याम तेरी जरुरत पड़ी है भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
मुझे श्याम तेरी जरुरत पड़ी है
तेरे द्वार पे तेरी लाड़ो खड़ी है
तेरे द्वार पे तेरी लाड़ो खड़ी है।।
तर्ज मेरे प्यार को तुम।
तू इतना पास आके
क्यों इतना दूर लगता
लख कर देने वाला
मुझे क्यों लखता
लख कर देने वाला
मुझे क्यों लखता
बिन बाबुल के ये बछड़ी है
मुझें श्याम तेरी जरुरत पड़ी है
तेरे द्वार पे तेरी लाड़ो खड़ी है
तेरे द्वार पे तेरी लाड़ो खड़ी है।।
एक भरोसे पर
बाबुल गए मुझको छोड़
सारे जग वालों ने
रिश्ता लिया मोसे तोड़
सारे जग वालों ने
रिश्ता लिया मोसे तोड़
ज़माने के हाथों में
मेरे हथकड़ी है
मुझें श्याम तेरी जरुरत पड़ी है
तेरे द्वार पे तेरी लाड़ो खड़ी है
तेरे द्वार पे तेरी लाड़ो खड़ी है।।
इस दर को घर माना
ना दर दर जाउंगी
कहे श्याम जो तू ना मिला
जीते जी मर जाउंगी
सुमि की अखियों से बहती लड़ी है
मुझें श्याम तेरी जरुरत पड़ी है
तेरे द्वार पे तेरी लाड़ो खड़ी है
तेरे द्वार पे तेरी लाड़ो खड़ी है।।
मुझे श्याम तेरी जरुरत पड़ी है
तेरे द्वार पे तेरी लाड़ो खड़ी है
तेरे द्वार पे तेरी लाड़ो खड़ी है।।
mujhe shyam teri jarurat padi hai lyrics