मोहे ना बिसारो हे श्यामा प्यारी लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
मोहे ना बिसारो हे श्यामा प्यारी
दे दो सहारो हे श्यामा प्यारी
मोहे ना बिसारों हे श्यामा प्यारी।।
तर्ज जहाँ ले चलोगे वहीँ मैं।
मैं जानता हूँ की नहीं तेरे काबिल
गुनाहों से भरपूर है ये मेरा दिल
मुझको सवारों हे श्यामा प्यारी
मोहे ना बिसारों हे श्यामा प्यारी।।
मैं हूँ पतित तुम हो पतित पावन
बैठा हूँ दर तेरे फैला के दामन
कृपा कर निहारों हे श्यामा प्यारी
मोहे ना बिसारों हे श्यामा प्यारी।।
बिच भवर में अटक रहा हूँ
जनम जनम से मैं भटक रहा हूँ
दे दो किनारो हे श्यामा प्यारी
मोहे ना बिसारों हे श्यामा प्यारी।।
चित्र विचित्र के जीवन की डोरी
कर कमलों में थामे बैठी हो किशोरी
भक्ति रंग डारो हे श्यामा प्यारी
मोहे ना बिसारों हे श्यामा प्यारी।।
मोहे ना बिसारो हे श्यामा प्यारी
दे दो सहारो हे श्यामा प्यारी
मोहे ना बिसारों हे श्यामा प्यारी।।
स्वर रचना बाबा श्री चित्रविचित्र बिहारीदासजी महाराज।
mohe na bisaro hey shyama pyari lyrics