मेरी विनती सुनलो जी हे गोविन्द हे सरकार भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
मेरी विनती सुनलो जी
हे गोविन्द हे सरकार
मेरी अर्ज़ी सुनलो जी
हे गोविन्द हे सरकार
मेरा पल्ला पकड़ के रखना
हे जग के पालनहार
मेरी विनती सुनलों जी
हे गोविन्द हे सरकार।।
तेरे संग शाम मेरी
तेरे संग सवेरा है
तेरे संग उजाला है
बिन तेरे अँधेरा है
है सब कुछ सांवरे तेरा
तू जीवन का आधार
मेरी विनती सुनलों जी
हे गोविन्द हे सरकार।।
दर्द के समंदर का
तू ही किनारा है
टूट के जो बिखरुं तो
तेरा सहारा है
ये जीवन तुझपे वारा
मैंने तो बारम्बार
मेरी विनती सुनलों जी
हे गोविन्द हे सरकार।।
जिसका तू मीत प्यारे
वो कभी ना हारा है
कृपा का सागर है तू
हारे का सहारा है
ये जीवन उसका खारा है
जिसे मिला ना तेरा प्यार
मेरी विनती सुनलों जी
हे गोविन्द हे सरकार।।
मेरी विनती सुनलो जी
हे गोविन्द हे सरकार
मेरी अर्ज़ी सुनलो जी
हे गोविन्द हे सरकार
मेरा पल्ला पकड़ के रखना
हे जग के पालनहार
मेरी विनती सुनलों जी
हे गोविन्द हे सरकार।।
meri vinti sunlo ji hey govind hey sarkar lyrics