मेरी श्याम से अर्जी है ये दुनिया फर्जी है लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
मेरी श्याम से अर्जी है
ये दुनिया फर्जी है
मुझे तारो या ना तारो
ये भी तेरी मर्ज़ी है
मेरी श्याम से अर्ज़ी है।।
तर्ज एक प्यार का नगमा।
सबने ये कहा मुझको
तू लखदातारी है
बस मेरी बारी में
करता क्यों देरी है
परिवार बना ये रहे
बस ये खुदगर्ज़ी है
मुझे तारो या ना तारो
ये भी तेरी मर्ज़ी है
मेरी श्याम से अर्ज़ी है।।
मेरा तुझसे वादा है
ना तुझे भुलाऊँगा
चाहे रोकर या हँसके
तेरा नाम मैं गाऊंगा
दो दिन ज़िंदगानी के
तेरे नाम पे वारे है
मुझे तारो या ना तारो
ये भी तेरी मर्ज़ी है
मेरी श्याम से अर्ज़ी है।।
जग ने ठुकराया है
तुमने अपनाया है
किस्मत पे मैं नाज़ करूँ
तेरा नाम जो आया है
अब हंसकर तुम कह दो
तुम जान हमारी है
मुझे तारो या ना तारो
ये भी तेरी मर्ज़ी है
मेरी श्याम से अर्ज़ी है।।
मेरी श्याम से अर्जी है
ये दुनिया फर्जी है
मुझे तारो या ना तारो
ये भी तेरी मर्ज़ी है
मेरी श्याम से अर्ज़ी है।।
meri shyam se arji hai ye duniya farji hai lyrics