मेरी पहुँच बहुत है ऊंची मुझ पर है कृपा प्रभु की भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










मेरी पहुँच बहुत है ऊंची
मुझ पर है कृपा प्रभु की
सेठो का सेठ निराला
मेरे साथ है खाटू वाला
जब तक है सहारा
श्याम धणी मुझको तेरा
कोई बाल नही बांका
कर सकता है मेरा
मेरी पहुँच बहुत है ऊंची।।
तर्ज तेरी आंख्या को यो काजल।


कोई टाटा कोई बिरला
कोई होगा अंबानी
पर अपणा तो श्याम धणी
जिसका न कोई सानी
जब साथ है तू सांवरियां
सुख चैन की निन्दर आवे
कोई चिंता फिकर उदासी
नजदीक न आने पावे
जब तक है सहारा
श्याम धणी मुझको तेरा
कोई बाल नही बांका
कर सकता है मेरा
मेरी पहुँच बहुत है ऊंची।।


श्याम के घर में अपणा
यूँ आना जाना है
यूँ ही समझ लो रिश्ता
जन्मो का पुराणा है
जब चाहे पास बुला ले
जब चाहे दूर बिठावे
पर दिल से दिमाग से अपने
इक पल भी ना बिसरावे
जब तक है सहारा
श्याम धणी मुझको तेरा
कोई बाल नही बांका
कर सकता है मेरा
मेरी पहुँच बहुत है ऊंची।।









डूब नहीं सकता मैं
मेरा दिल कहता है
बनकर आप खिवैया
वो अंग संग रहता है
माझी हो जब ऐसा तो
तूफ़ान से फिर क्या डरना
मिलना ते है साहिल का
शिकवा क्या किसी से करना
जब तक है सहारा
श्याम धणी मुझको तेरा
कोई बाल नही बांका
कर सकता है मेरा
मेरी पहुँच बहुत है ऊंची।।


मेरी पहुँच बहुत है ऊंची
मुझ पर है कृपा प्रभु की
सेठो का सेठ निराला
मेरे साथ है खाटू वाला
जब तक है सहारा
श्याम धणी मुझको तेरा
कोई बाल नही बांका
कर सकता है मेरा
मेरी पहुँच बहुत है ऊंची।।












meri pahuch bahut hai unchi bhajan lyrics