मेरी लगी गुरु संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










मेरी लगी गुरु संग प्रीत
ये दुनिया क्या जाने
क्या जाने भई क्या जाने
क्या जाने भई क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रित
ये दुनिया क्या जाने।।


बाजी जब गुरुवर पे लगाई
पलट गया पासा मेरे भाई
मेरी हार हो गई जीत
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रित
ये दुनिया क्या जाने।।


प्रीतम ने खुद प्रेम जताया
करके इशारा पास बुलाया
है प्रेम की उलटी रीत
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रित
ये दुनिया क्या जाने।।


ताल अलग है राग अलग है
ये वैराग अनुराग अलग है
मन गाए किसके गीत
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रित
ये दुनिया क्या जाने।।









सत्संगी होकर जो सीखा
काम क्रोध खोकर जो सीखा
कैसा है ये संगीत
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रित
ये दुनिया क्या जाने।।


मेरी लगी गुरु संग प्रीत
ये दुनिया क्या जाने
क्या जाने भई क्या जाने
क्या जाने भई क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रित
ये दुनिया क्या जाने।।










meri lagi guru sang preet lyrics in hindi