मेरी जो चिंता है करने वाला साईं भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
मेरी जो चिंता
है करने वाला
शिरडी में बैठा है वो
साईं शिरडी वाला।।
तर्ज सागर किनारे।
भले दूर मुझसे
साईं का घर है
रखता वो मुझ पर
हरदम नज़र है
मेरे तो घर का है
वो ही रखवाला।
मेरी जों चिंता
है करने वाला
शिरडी में बैठा है वो
साईं शिरडी वाला।।
कितना दयालु ये
मुझको पता है
मेरी माफ़ कर देता
हर एक खता है
माँ बाप जैसे उसने
मुझको संभाला।
मेरी जों चिंता
है करने वाला
शिरडी में बैठा है वो
साईं शिरडी वाला।।
जब भी सताता मुझे
कोई भी गम है
हो जाती जब मेरी
आँखे ये नम है
हाथ पकड़ कर दिया
मुझको सहारा।
मेरी जों चिंता
है करने वाला
शिरडी में बैठा है वो
साईं शिरडी वाला।।
कौन से पुण्यों का
सोनू सिला है
जो प्यार साईं का
मुझको मिला है
मालिक ये मेरा सारे
जग से निराला।
मेरी जों चिंता
है करने वाला
शिरडी में बैठा है वो
साईं शिरडी वाला।।
मेरी जो चिंता
है करने वाला
शिरडी में बैठा है वो
साईं शिरडी वाला।।
meri jo chinta hai karne wala sai bhajan lyrics