मेरे मोहन तेरा मुस्कुराना भूल जाने के काबिल नहीं है भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










मेरे मोहन तेरा मुस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है
मेरे मोहन तेरा मुस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है
चोट खाई है जो दिल पे मैंने
वो दिखाने के काबिल नहीं है
मेरे मोहन तेरा मुस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है।।


जबसे देखा है जलवा तुम्हारा
कोई आँखों को जचता नहीं है
यूँ तो देखे बहुत नूर वाले
सारे आलम में तुझसा नहीं है
मेरे मोहन तेरा मूस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है।।


मोहब्बत का तकाजा यही है
ना तुम बदलो हमसे
ना हम बदले तुमसे
तुम तो ऐसे बदलने लगे हो
आज तक कोई बदला नहीं है
मेरे मोहन तेरा मूस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है।।


तेरी सूरत पे कुर्बान जाऊं
तेरी आँखे है या मय के प्याले
जिनको नजरो से तुमने पिलाई
होश आने के काबिल नहीं है
मेरे मोहन तेरा मूस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है।।









मैंने पूछा की अब कब मिलोगे
पहले मुस्काए फिर तन के बोले
सबके दिल में समाए हुए है
आने जाने के जरुरत नहीं है
मेरे मोहन तेरा मूस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है।।


जबसे देखा है जलवा तुम्हारा
कोई आँखों को जचता नहीं है
यूँ तो देखे बहुत नूर वाले
सारे आलम में तुझसा नहीं है
मेरे मोहन तेरा मूस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है।।


मेरे मोहन तेरा मुस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है
मेरे मोहन तेरा मुस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है
चोट खाई है जो दिल पे मैंने
वो दिखाने के काबिल नहीं है
मेरे मोहन तेरा मुस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है।।













mere mohan tera muskurana by vinod agarwal lyrics