मेरे गुण अवगुण को पलड़े में ना तोलो तो अच्छा होगा लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
मेरे गुण अवगुण को पलड़े में
ना तोलो तो अच्छा होगा
मेरे सिर पे गगरिया पापों की
ना खोलो तो अच्छा होगा
मेरे गुण अवगुण को पलडे में
ना तोलो तो अच्छा होगा।।
तर्ज अब सौंप दिया।
कितने वादें करके भगवन
पाया तुमसे मानव का तन
मैंने वो निभाए है की नहीं
ना बोलो तो अच्छा होगा
मेरे गुण अवगुण को पलडे में
ना तोलो तो अच्छा होगा।।
मेरे पापों मेरे पुण्यों का
अच्छे या बुरे सब कर्मो का
है तेरे पास हिसाब मगर
ना जोड़ो तो अच्छा होगा
मेरे गुण अवगुण को पलडे में
ना तोलो तो अच्छा होगा।।
ना सेवा की ना पूजा की
फिर भी तुमसे है आस लगी
सोनू ये झूठा भरम सही
ना तोड़ो तो अच्छा होगा
मेरे गुण अवगुण को पलडे में
ना तोलो तो अच्छा होगा।।
मेरे गुण अवगुण को पलड़े में
ना तोलो तो अच्छा होगा
मेरे सिर पे गगरिया पापों की
ना खोलो तो अच्छा होगा
मेरे गुण अवगुण को पलडे में
ना तोलो तो अच्छा होगा।।
mere gun avgun ko palde me lyrics