मेरा जीवन संवर गया है मिले जबसे दीनानाथ भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










मेरा जीवन संवर गया है
मिले जबसे दीनानाथ
मेरी कुटिया में हुई
खुशियों की बरसात।।
तर्ज देना हो तो दीजिए।


खाटू आकर सांवरिये का
मनभावन दीदार हुआ
नैन मिले तो इश्क़ हुआ फिर
दिल मेरा गुलजार हुआ
अब होने लगी अँखियों में
अब होने लगी अँखियों में
मेरे दिल की सारी बात
मेरी कुटिया में हुई
खुशियों की बरसात।।


बिन बोले ही बाबा मेरा
मन चाहा फल देता है
मुझसे केवल भाव भजन की
भेंट सांवरा लेता है
होती है पलक झपकते
होती है पलक झपकते
इनकी तो करामात
मेरी कुटिया में हुई
खुशियों की बरसात।।









मैं तो मस्त फिरूं दुनिया में
छोड़ी है दुनियादारी
अपने भक्त का मान बढ़ाता
खाटू वाला दातारि
चोखानी भजले इनको
चोखानी भजले इनको
ये रहता हर पल साथ
मेरी कुटिया में हुई
खुशियों की बरसात।।


मेरा जीवन संवर गया है
मिले जबसे दीनानाथ
मेरी कुटिया में हुई
खुशियों की बरसात।।













mera jeevan sanwar gaya hai mile jabse dinanath lyrics