मटकी ना फोड़ तोह ते विनती करूँ मैं कर जोड़ लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
मटकी ना फोड़
तोह ते विनती करूँ मैं कर जोड़
मटकी ना फोड
मटकी ना फोड।।
तर्ज वादा ना तोड़।
नटखट बड़ा तू कान्हा
करे मनमानी
रोज ही करे क्यों कान्हा
नई शैतानी
मेरा पीछा तू अब दे छोड़
मटकी ना फोड
मटकी ना फोड।।
माखन चुरावे कभी
खोले मेरी गैया
देख समझाऊं तोहे
मान जा कन्हैया
नहीं तो मार पड़ेगी कठोर
मटकी ना फोड
मटकी ना फोड।।
छोड़ दे डगर तू मोकु
है रही है देरी
नहीं तो करुँगी शिकायत
मैया से तेरी
सारे ब्रज में मचा दूंगी शोर
मटकी ना फोड
मटकी ना फोड।।
करूँ मनुहार तेरी
सुनो नंदलाला
तूने मुझे अपना
पागल कर डाला
तुझ बिन सूझे नहीं कछु और
मटकी ना फोड
मटकी ना फोड।।
मटकी ना फोड़
तोह ते विनती करूँ मैं कर जोड़
मटकी ना फोड
मटकी ना फोड।।
स्वर बाबा श्री चित्र विचित्र जी महाराज।
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