माटी के मूर्ति से ताकेली मुसुकाई के भोजपुरी भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










माटी के मूर्ति से
ताकेली मुसुकाई के
त अजबे रूप सुहावन लागे
दुर्गा माई के
त अजबे रूप सुहावन लागे
दुर्गा माई के।।


आग खाती आग बाड़ी
पानी खाती पानी
जे जईसे चाहे वईसे
मिले माता रानी
छन में मईया सब कुछ देली
मनसाई के
त अजबे रूप सुहावन लागे
दुर्गा माई के।।


इहे मन करे माई
साल भर रहिती
एक बेरी अईती त
फेर नाही जईती
लोगवा भगिया जगावे दुअरा
आई के
त अजबे रूप सुहावन लागे
दुर्गा माई के।।


जबसे बईठली मईया
आके पंडाल में
अजबे के ऊर्जा बावे
देख प्यारेलाल में
सर्वेश सब कुछ पवले
देवी भजनियां गाई के
त अजबे रूप सुहावन लागे
दुर्गा माई के।।









माटी के मूर्ति से
ताकेली मुसुकाई के
त अजबे रूप सुहावन लागे
दुर्गा माई के
त अजबे रूप सुहावन लागे
दुर्गा माई के।।



9113972124










mati ke murti se takeli muskai ke lyrics