मत कर तू अभिमान रे बंदे भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










मत कर तू अभिमान रे बंदे
झूठी तेरी शान रे
मत कर तू अभिमान।।


तेरे जैसे लाखों आए
लाखों इस माटी ने खाए
रहा ना नाम निशान ओ बंदे
मत कर तू अभिमान
मत कर तु अभिमान रे बंदे
झूठी तेरी शान रे
मत कर तू अभिमान।।


झूठी माया झूठी काया
वो तेरा जो हरि गुण गाया
जप ले हरी का नाम ओ बन्दे
मत कर तू अभिमान
मत कर तु अभिमान रे बंदे
झूठी तेरी शान रे
मत कर तू अभिमान।।


माया का अंधकार निराला
बाहर उजला भीतर काला
इस को तू पहचान रे बंदे
मत कर तू अभिमान
मत कर तु अभिमान रे बंदे
झूठी तेरी शान रे
मत कर तू अभिमान।।









तेरे पास है हीरे मोती
मेरे मन मंदिर में ज्योति
कौन हुआ धनवान रे बंदे
मत कर तू अभिमान
मत कर तु अभिमान रे बंदे
झूठी तेरी शान रे
मत कर तू अभिमान।।


मत कर तू अभिमान रे बंदे
झूठी तेरी शान रे
मत कर तू अभिमान।।
स्वर अनूप जलोटा जी।










mat kar tu abhiman re bande lyrics in hindi