माने सतगुरु मिलवा रो लागो कोड उम्मेदी गेरी लाग रही - MadhurBhajans मधुर भजन
माने सतगुरु मिलवा रो लागो कोड
उम्मेदीगेरी लाग रही
मने सतगुरु मिलवा रो लागो कोड
उम्मेदीगेरी लाग रही।।
मोहे ये उम्मेदीऐसी लागी
निर्धनीया धन होय
माने तो उम्मेदीएसी लागी
निर्धनीया धन होय
अरे बांजन नार पुत्र बिन तरसे
अरे बांजन नार पुत्र बिन तरसे
मै तो तरसु गुरूजी तोय
उम्मेदीगेरी लाग रही
मने सतगुरु मिलवा रो लागो कोड
उम्मेदीगेरी लाग रही।।
सतगुरु मारा दरीयाव मे रे
मै गलीया रो नीर
अरे सतगुरु मारा दरीयाव मे रे
मै गलीया रो नीर
बेहती बूंद सागर मे मिल गई
बेहती बूंद सागर मे मिल गई
कंचन भयो रे शरीर
उम्मेदीगेरी लाग रही
मने सतगुरु मिलवा रो लागो कोड
उम्मेदीगेरी लाग रही।।
जहाज़ पडी दरीयाव में जी
अदबीच गोता खाय
जहाज़ पडी दरीयाव मे जी
अदबीच गोता खाय
सतगुरु मारा बनीया रे केवटीया
अरे सतगुरु मारा बनीया रे केवटीया
बेड़ा कर दिना पार
उम्मेदीगेरी लाग रही
मने सतगुरु मिलवा रो लागो कोड
उम्मेदीगेरी लाग रही।।
गुरु गेरा गुरु भाव रा जी
गुरु देवन का देव
गुरु गेरा गुरु भाव रा जी
गुरु देवन का प्रेम
रामानंद रा भणे रे कबीरा
रामानंद रा भणे रे कबीरा
देवन आयो जी ज्ञान
उम्मेदीगेरी लाग रही
मने सतगुरु मिलवा रो लागो कोड
उम्मेदीगेरी लाग रही।।
माने सतगुरु मिलवा रो लागो कोड
उम्मेदीगेरी लाग रही
मने सतगुरु मिलवा रो लागो कोड
उम्मेदीगेरी लाग रही।।
गायक प्रकाश माली जी।
प्रेषक मनीष सीरवी
9640557818
mane satguru milva ro lago kod lyrics