मैं जहाँ जहाँ देखूं तुम दीखते हो साईं भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










मैं जहाँ जहाँ देखूं
तुम दीखते हो साईं
मेरे आस पास दिल में
तुम रहते हो साईं
मैं जहाँ जहाँ देखूँ
तुम दीखते हो साईं।।
तर्ज होंठों से छू लो तुम।


घर बार तुम्हारा है
संसार तुम्हारा है
तुमने जो दिया है ये
परिवार तुम्हारा है
हर रिश्ते नाते में
तुम बसते हो साईं
मेरे आस पास दिल में
तुम रहते हो साईं
मैं जहाँ जहाँ देखूँ
तुम दीखते हो साईं।।


मेरी छोटी सी कुटिया
मेरा छोटा सा घर है
इस घर के अंदर भी
एक छोटा सा मंदिर है
मैं बड़भागी इसमें
तुम रहते हो साईं
मेरे आस पास दिल में
तुम रहते हो साईं
मैं जहाँ जहाँ देखूँ
तुम दीखते हो साईं।।









शिरडी का गाँव तो बस
ये एक बहाना है
वैसे सारी दुनिया
तेरा ठोर ठिकाना है
दुःख दर्द सभी के तुम
हर लेते हो साईं


मेरे आस पास दिल में
तुम रहते हो साईं
मैं जहाँ जहाँ देखूँ
तुम दीखते हो साईं।।


मैं जहाँ जहाँ देखूं
तुम दीखते हो साईं
मेरे आस पास दिल में
तुम रहते हो साईं
मैं जहाँ जहाँ देखूँ
तुम दीखते हो साईं।।













main jahan jahan dekhu tum dikhte ho sai bhajan lyrics