मैं हक़ से कहती हूँ श्याम हमारा है भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
मैं हक़ से कहती हूँ श्याम हमारा है
मुझे पग पग पे वो देता सहारा है
जब जब मैंने इसका नाम लिया
उसने आके पल में थाम लिया है
मै हक़ से कहती हूं श्याम हमारा है
मुझे पग पग पे वो देता सहारा है।।
कहने को तो यूँ सारे ही अपने है
तेरी वजह से पूरे हुए हर सपने है
जो कुछ है पास मेरे
वो सब तो तुम्हारा है
मुझे पग पग पे वो देता सहारा है
जब जब मैंने इसका नाम लिया
उसने आके पल में थाम लिया है
मै हक़ से कहती हूं श्याम हमारा है
मुझे पग पग पे वो देता सहारा है।।
हारे हुए को हर कोई बहलाता है
केवल तू ही उनका साथ निभाता है
जो थाम लिया तूने
कभी ना वो हारा है
मुझे पग पग पे वो देता सहारा है
जब जब मैंने इसका नाम लिया
उसने आके पल में थाम लिया है
मै हक़ से कहती हूं श्याम हमारा है
मुझे पग पग पे वो देता सहारा है।।
बाबुल जैसा मुझको तुमसे प्यार मिला
मुझको समझने वाला कोई हक़दार मिला
श्याम कहे गिन्नी को
तूने ही तो सँवारा है
मुझे पग पग पे वो देता सहारा है
जब जब मैंने इसका नाम लिया
उसने आके पल में थाम लिया है
मै हक़ से कहती हूं श्याम हमारा है
मुझे पग पग पे वो देता सहारा है।।
मैं हक़ से कहती हूँ श्याम हमारा है
मुझे पग पग पे वो देता सहारा है
जब जब मैंने इसका नाम लिया
उसने आके पल में थाम लिया है
मै हक़ से कहती हूं श्याम हमारा है
मुझे पग पग पे वो देता सहारा है।।
स्वर गिन्नी कौर।
main haq se kahti hu shyam hamara hai lyrics