मैं बेकदर था कदर हो गई है भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
मैं बेकदर था कदर हो गई है
मेरे सावरे की मेहर हो गई है
मैं बेकदर था।।
मेरे सर पे ऐसा ये हाथ फिराया
जमी का था कतरा फलक पे बिठाया
किया मुझे पे ऐहसा मेरे सावरे ने
भिखारी को अपने गले से लगाया
दुआ मांगी थी वो असर हो गई है
मेरे सावरे की मेहर हो गई है
मैं बेकदर था।।
परिंदा में बन कर उड़ा जा रहा हूँ
मैं रहमत से इसकी चला जा रहा हूँ
जमाना हुआ हे हेरान सारा
कहाँ से में खुशिया सभी पा रहा हूँ
छुपकर थी रखी जो बाते सभी से
सभी को अब इस की खबर हो गई है
मेरे सावरे की मेहर हो गई है
मैं बेकदर था।।
कोई भी नही था मेरा इस जहा में
कहूं सच में यारो जमी आसमा में
जहा शर्मा जाता वही हार पाता
चला आया जब से खाटू श्याम आशिया में
वही हार मुझसे हार रही है
वही जीत मेरी हमसफर हो रही हैं
मेरे सावरे की मेहर हो गई है
मैं बेकदर था।।
मैं बेकदर था कदर हो गई है
मेरे सावरे की मेहर हो गई है
मैं बेकदर था।।
main bekadar tha kadar ho gayi hai lyrics