महावीर जी का दर है सुहाना भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










महावीर जी का दर है सुहाना
ओ भक्तो बार बार चले आना
के करने से जिनवर भक्ति
मिलती है अद्धभुत शक्ति
महावीर जीं का दर हैं सुहाना।।
तर्ज मैं जट यमला पगला।


जो भी महावीरा के दर पे
आ जाता है
बिन मांगे ही सब कुछ
पा जाता है
निशदिन प्रतिपल
प्रभु को जो ध्याता है
सोया भाग उसका
जग जाता है
प्रभु का हो जाये वो दीवाना
दीवाना दीवाना
महावीर जीं का दर हैं सुहाना
ओ भक्तो बार बार चले आना
के करने से जिनवर भक्ति
मिलती है अद्धभुत शक्ति
महावीर जीं का दर हैं सुहाना।।


सौम्य छवि प्रभुजी की
अद्धभुत निराली
प्रभु निर्वाण को पाए
शुभ दिन दीवाली
चाँदनपुर महावीरजी
जो आता है
टीले वाले बाबा का
दरश जो पाता है
उसका हो जाये उद्धारा
उद्धारा उद्धारा
महावीर जीं का दर हैं सुहाना
ओ भक्तो बार बार चले आना
के करने से जिनवर भक्ति
मिलती है अद्धभुत शक्ति
महावीर जीं का दर हैं सुहाना।।









महावीर जी का दर है सुहाना
ओ भक्तो बार बार चले आना
के करने से जिनवर भक्ति
मिलती है अद्धभुत शक्ति
महावीर जीं का दर हैं सुहाना।।
गायक व गीतकार
दिनेश जैन एडवोकेट इंदौर।
8370099099










mahavir ji ka dar hai suhana lyrics