माँ की सूरत ली है दिल में उतार भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
माँ की सूरत ली है
दिल में उतार
प्यारा सजा है
माँ का दरबार
बड़ी मनभावन है
मेरी अम्बे माँ
निर्मल पावन है
मेरी अम्बे माँ।।
तर्ज आने से उसके।
लाल चुनरिया लेके
तेरे द्वारे पे आया हूँ मैया
हाथ पकड़ लो मेरा
कहीं डूब ना जाए नैया
डूबी जो नाव मेरी
तुम्हे ही बचानी है
मेरी अम्बे माँ
बड़ी मनभावन है
मेरी अम्बे माँ
निर्मल पावन है
मेरी अम्बे माँ।।
तेरे दर पे मैया
मैंने पाई है दुनिया की दौलत
तेरे इस बालक को
बस मिल जाए इतनी सी मोहलत
आँचल में सो जाऊं
दुनिया ये बैगानी है
मेरी अम्बे माँ
बड़ी मनभावन है
मेरी अम्बे माँ
निर्मल पावन है
मेरी अम्बे माँ।।
सारे जग में ढूंढा
मेरी मैया सा देखा कही ना
माँ की कर लो पूजा
देखो आया है पावन महीना
पूनम की अर्जी है
तेरी जरुरत है
मेरी अम्बे माँ
बड़ी मनभावन है
मेरी अम्बे माँ
निर्मल पावन है
मेरी अम्बे माँ।।
तेरा दर ये छूटे
मैया आए ये दिन तो कभी ना
मैया शेरोवाली
तुमसे टूटे ये नाता कभी ना
बबलू की विनती है
सारे दुःख हरती है
मेरी अम्बे माँ
बड़ी मनभावन है
मेरी अम्बे माँ
निर्मल पावन है
मेरी अम्बे माँ।।
माँ की सूरत ली है
दिल में उतार
प्यारा सजा है
माँ का दरबार
बड़ी मनभावन है
मेरी अम्बे माँ
निर्मल पावन है
मेरी अम्बे माँ।।
maa ki surat li hai dil me utaar lyrics